ऐसे कौन से हिन्दू मंदिर जो पाकिस्तान में स्थित है?

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भारत में बने मंदिर विश्वभर में प्रसिद्ध है. इसकी प्रसिद्धि कि गूँज विश्व में फैली हुई है लेकिन आप यह जानकर हैरान हो जायेगे की हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान जहां हिन्दू का जाना वर्जित है। वह भी हिन्दू मंदिर है तो चलिए इन मंदिरो के बारे में आपको अवगत करते है।

हिंगलाज मंदिर, बलूचिस्तान: सती माँ के शरीर का हिस्सा सिर कटकर जहां गिरा था, यह वही जगह है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान से 120 किलोमीटर दूर हिंगोल नदी के तट पर बना हिंगलाज मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है. सदियों पुराने इस मंदिर में लोगों की गहरी श्रद्धा है।

panchmukhi hanuman mandir pakistan karachi 22 12 2019 -

पंचमुखी हनुमान मंदिर, कराची: आप जानकर हैरान हो जाएंगे की यह मंदिर 1500 साल पुराना है और इस मंदिर में हनुमान भगवान के पंचमुख अवतार की उपासना होती है। मंदिर मान्यता है कि त्रेता युग से यानी करीब 17 लाख साल से पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति यहीं है. मंदिर का पुनर्निर्माणसाल 1882 में कराया गया था। इस मंदिर में भक्तों ता तादाद लगा रहता है।

कटासराज मंदिर, चकवाल: भगवान शिव की पत्नी जब आग के कुंड में जब कुद गयी थी तो महादेव की आंख से गिरे दो आंसू. तो एक आंसू गिरा भारत के पुष्कर में और दूसरा गिरा सीधा पाकिस्तानी पंजाब के चकवाल जिले में. बताते हैं कि करीब 900 साल पहले चकवाल में कटासराज मंदिर पर पूजे जाने लगा।

स्वामीनारायण मंदिर, कराची: यह मंदिर. 32,306 स्क्वायर यार्ड में बना हुआ है। करीब 160 साल पुराने इस मंदिर में हिंदू-मुस्लिम दोनों ही दर्शन करने आते है। बंटवारे के वक्त मंदिर का इस्तेमाल रिफ्यूजी कैंप के तोर पर हुआ था।

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मुल्तान सूर्य मंदिर, मुल्तान: जामवंत ने अपनी बेटी जामवंती की शादी कृष्ण से करवाई थी। जामवंती कृष्ण के बेटे का नाम था- सांब. उन्ही सांब साहब ने इस मंदिर को बनाया. वजह थी पिता कृष्ण से मिले कोढ़ी होने के श्राप से मुक्ति. 1500 साल पहले मुल्तान के सूर्य मंदिर में टहलने आए चीन के बौद्ध भिक्षु शुयांग ने इसके ब्योरे लिखे थे. मुहम्मद बिन कासिम और मुहम्मद गजनी समेत कई मुस्लिम क्रूर शासकों ने मंदिर को कई बार लूटा. आज भी मंदिर की हालत खस्ता है।

श्री वरुण देव मंदिर, कराची: यह मंदिर 100 साल से ज्यादा पुराना है। पाकिस्तान सिंध के कराची के मनोरा आईलैंड में बना है यह प्रसिद्ध मंदिर। श्री वरुण देव मंदिर का इस्तेमाल अब हिंदू काउंसिल ऑफ पाकिस्तान के कामों के तोर पर होता है। .

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राम मंदिर, इस्लामकोट: राम मंदिर हिंदुस्तान ही नहीं पाकिस्तान में भी है लेकिन पाकिस्तान में बहुत कम राम मंदिर हैं. इस्लामकोट पाकिस्तान की वह जगह है,आप जानकर हैरान कि इस्लामकोट में हिंदुओं तादाद भी ज्यादा है।