TERI संस्थापक आर के पचौरी का निधन,दिल्ली में ली आखिरी सांस

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टेरी संस्थापक आर के पचौरी का निधन,दिल्ली में ली आखिरी सांस

पर्यावरणविद और TERI के संस्थापक डॉ. आर के पचौरी का गुरुवार को निधन हो गया। 79 वर्षीय पचौरी दिल्ली की एक निजी अस्पताल में भर्ती थे और पिछले समय से दिल की पुरानी बीमारी से जुझ रहे थे।

पचौरी की कुछ समय पहले ही ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी। उन्हें पिछले वर्ष जुलाई में मेक्सिको में हार्ट अटैक आया था। सर्जरी के बाद से उनकी हालत लगातार नाजुक बनी हुई थी और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। बुधवार को उनकी परेशानी बढ़ गई और देर रात उनका निधन हो गया। वे दिल्ली के एस्कार्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में भर्ती थे।

पचौरी 2002 से 2015 तक इंटरगर्वमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज IPCC के चेयरमैन रहे। उनके ही कार्यकाल में IPCC को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। पचौरी ने बिहार के जमालपुर स्थित इंडियन रेलवे इंस्टिट्यूट ऑफ मकैनिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग से पढ़ाई की थी। इसके बाद पचौरी ने इंडस्ट्रियल इंजीनिरिंग और अर्थशास्त्र में पीएचडी की।

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टेरी की तरफ से अपने संस्थापक पचौरी को श्रद्धांजलि दी गई और टेरी सदस्यों ने कहा की पयार्वरण के प्रति उनके योगदान के लिए देश हमेशा याद रखेगा। बता दें पचौरी को साल 2001 में पद्मभूषण और साल 2008 में पद्म विभूषण सम्मान दिया गया।

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पचौरी विवादों में भी रहे। 2015 में उनकी एक पूर्व महिला सहयोगी ने उनपर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके चलते उन्हें TERI के प्रमुख पद से इस्तीफा देना पड़ा था।हालांकि पचौरी ने लगातार इन आरोपों को गलत बताया था।