दुनिया का पहला क्रिकेटर जिसे फांसी पर लटकाया गया?

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दुनिया का पहला क्रिकेटर जिसे फांसी पर लटकाया गया?

क्रिकेट जिसे जेंटलमैन गेम कहा जाता है और रही बात हमारे देश भारत की तो क्रिकेट को यहाँ धर्म की तरह पूजा जाता है। क्रिकेट में गेंद और बल्ले का तालमेल तो हर एक प्रशंशक देखता है ,लेकिन क्रिकेट की कुछ ऐसी घटनाए हैं जैसे बॉब वूल्मर की रहस्यमय मौत और कई मैच फिक्सिंग की खबर जिसे आपने पहले भी सुना है पर आज हम आपको रूबरू कराने जा रहे है क्रिकेट का वो काला अध्याय जिसने क्रिकेट जगत और उससे जुड़े समूह के लिए भयावह स्थिति पैदा कर दिया था।

हम बात कर रहे हैं वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर Leslie Hylton की जिसने अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में फांसी दी गयी थी। लेस्ली हिल्टन जिसने 1935 और 1939 के बीच छह टेस्ट खेले और 16 विकेट लिए थे। आइये अब Leslie Hylton के जीवन अथवा क्रिकेट के सफर के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं। 29 मार्च, 1905 को एक गरीब परिवार में जन्मे, हिल्टन जब तीन साल का था, तब उसके पिता और उसकी मां की मृत्यु हो गई थी।

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वह अपनी बहन द्वारा पाला गया था। हिलटन पहली बार जमैका की टीम के लिए बल्लेबाजी एक ऑलराउंडर के रूप में की थी और संन्यास लेने तक वह जमैका की टीम के लिए 40 प्रथम श्रेणी मैचों में उसने प्रतिनिधित्व किया। उनकी इस प्रतिष्ठा और खेल भावना को देखकर उन्हें 1919 में वेस्टइंडीज की राष्ट्रीय टीम के लिए चुना गया। R. E. S. Wyatt के नेतृत्व में वेस्टइंडीज टीम ने इंग्लैंड को शिकष्त दी। वेस्टइंडीज ने श्रृंखला 2-1 से जीती और इस सीरीज में हिल्टन ने 13 विकेट लिया।

हिल्टन को 1939 में इंग्लैंड के दौरे के लिए चुना गया था। उन्होंने श्रृंखला में तीन में से दो टेस्ट खेले और उस समय द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हो चुकी थी और हिल्टॉन के क्रिकेट के दिन खत्म हो चुके थे। उन्होंने उसी वर्ष प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की।आइये आपको अब हम Leslie Hylton की निजी ज़िन्दगी से रूबरू कराते हैं तो बात उस समय की हो रही है जब हिल्टन ने क्रिकेट से थोड़ी दूरी बना ली थी और जब उसे जमैका के एक पुलिस इंस्पेक्टर की बेटी Lurline Rose से प्यार हो गया था और उन्होंने अपने निम्न-वर्गीय हैसियत के कारण परिवार के विरोध के बावजूद 1942 में शादी कर ली। 1947 में एक बेटे का जन्म हुआ।

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Lurline की एक फैशन डिजाइनर बनने की महत्वाकांक्षाएं थीं और उन्होंने न्यूयॉर्क की लगातार यात्राएं कीं।1954 में, हिल्टन को न्यूयॉर्क से एक टेलीग्राम प्राप्त हुआ, जिसमें उन्होंने Roy Francis के साथ उनकी पत्नी के संबंध के बारे में बताया। हिल्टन ने अपनी पत्नी से इस विषय को लेकर सवाल पुछा पर Lurline ने शुरू में इनकार कर दिया, लेकिन उसने फ्रांसिस को भेजे गए एक पत्र को पढ़ने का दावा करने के बाद उसे स्वीकार कर लिया। गुस्से में, हिल्टन ने उसे सात बार गोली मारी और फिर खुद उसने पुलिस को फोन किया।अक्टूबर 1954 में हुए मुकदमे में, हिल्टन का बचाव उनके पूर्व जमैका कप्तान Vivian Blake और वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के सदस्य Noel Nethersole ने किया था।

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हिल्टन ने अपनी गवाही में दावा किया कि उन्होंने खुद को गोली मारने की कोशिश की और चूक गए, इसके बजाय अपनी पत्नी को गोली मार दी। हालांकि, Lurline के शरीर में सात गोलियां लगी थीं, जो जज को आश्वस्त कर दिया था की ये हत्या जान बूझ कर की गई है, जिसने सारे जज की सर्वसम्मति से उन्हें दोषी पाया और 20 अक्टूबर, 1954 में Leslie Hylton को फांसी की सजा दी गई। वो कहते हैं न की क्रिकेट अनिस्चिताओं का खेल है इसमें हर कुछ संभव है।

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