हमीरपुर: शौचालय अभियान के बाद भी लोग खुले में शौच करने को हुए मजबूर

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हमीरपुर: जहां एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी द्वारा स्वच्छ भारत अभियान मुहिम को पूरे भारत में लागू किया गया है. इस अभियान के चलने से कुछ हद तक आस-पास के वातावरण में स्वच्छता दिखाई दी है. वहीं हमीरपुर जिले में आज भी 30 फीसदी लोगों खुले में शौच को लेकर विवश है. इन दिनों ओडीएफ को लेकर प्रशासन काफी संजीदा है.

आपको बता दें कि 29 जून को जिलाधिकारी ने अपने कुछ अधिकारियों की टीम को 30 गांवों में भेजा, हकीकत जानी तो कुछ ऐसा देखा जो देखकर अधिकारी लोगों दंग रह गए. यहां 8 हजार 750 परिवार शौचालय विहीन मिले है. कुल 81025 परिवारों को शौचालय निर्माण की जिम्मेदारी पंचायती राज विभाग की है, मगर विभाग अभी तक 77 शौचालय ही बना सका है. ऐसे में 30 फीसदी आबादी खुले में शौच जाने को मजबूर है.

Toilet in open -

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डीएम ने पिछले बुधवार को फिर 50 गांवों का ओडीएफ के तहत सर्वे कराया है जिसकी रिपोर्ट आने अभी बाकी है. 29 जून को जिले को 30 ग्राम पंचायतों का सत्यापन हुआ है. टीम को बेस लाइन सर्वे के तहत तमाम लाभार्थियों के शौचालय नहीं मिले है. कुल 1,70,099 परिवारों का सर्वे हुआ. 85,250 परिवारों के पास शौचालय मिले है. 8,750 परिवार शौचालय विहीन है. इनमे 4725 परिवार ऐसे भी है जो गरीबी रेखा से ऊपर है.

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इस बात पर मुस्करा के बसवारी के ग्राम विकास अधिकारी जगभान सिंह के मुताबिक, जिले में 300 शौचालय बनकर तैयार है. शेष 101 का रूपये को लाभार्थियों नहीं मिला है. वहीं इस पर सौखर गांव के प्रधान कप्तान सिंघी ने कहा है कि 190 शौचालयों की धनराशि लाभार्थियों को देने का निर्माण हो चुका है. अभी बस 70 शौचालयों का पैसा लाभार्थियों को नहीं मिला है.