उत्तर प्रदेश: भाजपा नेता के घर में बोर्ड परीक्षा की कॉपी लिख रहे 62 लोगों को पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा

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उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार नक़लविहीन परीक्षा के दावे कर रही है. सरकार ने इस दिशा में कई ठोस क़दम उठाये और हर स्कूल में सीसी टीवी कैमरा तथा कड़ी चौकसी का प्रबंध किया. परीक्षा में सख्ती का आलम ये है कि इस वजह से अब तक लाखों परीक्षार्थी परीक्षा छोड़ चुके हैं. लेकिन सरकार के सभी कदाचार मुक्त परीक्षा के दावों को उनकी ही पार्टी के नेता चुनौती दे रहे हैं. ऐसे हालात में तो यही कहा जा सकता है कि बाहर का चोर तो रखा लिया जाए लेकिन घर का चोर कौन रखाए.

नेता के घर में चोरी

दरअसल गुरुवार 22 फरवरी को उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में एक भाजपा नेता के घर के अन्दर दर्जनों लोग यूपी बोर्ड की परीक्षा देते हुए पकड़े गए. जानकारी के मुताबिक, प्रशासन की टीम ने एसडीओ और सीओ की अगुआई में अतरौली के तवथू गांव में बीजेपी नेता और स्कूल प्रबंधक के घर में छापा मारा. इस छापेमारी में पुलिस ने 62 लोगों को यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा कॉपी को लिखते हुए रंगे हाथों धर दबोचा. इसके अलावा पुलिस ने यहां से सौ मुहर लगी दूसरी कॉपियों को भी ज़ब्त किया है.

जानकारी के मुताबिक पुलिस ने केंद्र व्यवस्थापक और स्कूल प्रिंसिपल को हिरासत में ले लिया है. यूपी पुलिस ने बताया कि  अतरौली स्थित बौहरे किशनलाल इंटर कॉलेज के प्रबंधक का घर स्कूल के ठीक सामने है.

खुफिया जानकारी पर कार्यवाही

पुलिस के मुताबिक उन्हें इस बात की खुफिया सूचना मिली थी कि कॉलेज प्रबंधक राज कुमार शर्मा के भतीजे और बीजेपी नेता भुवेन्द्र शर्मा उर्फ चुनमुन के घर में यूपी बोर्ड की कॉपियां लिखी जा रही हैं. पुलिस ने बोर्ड एग्जाम से जुड़ी इस सूचना पर गंभीरता से कार्रवाई करते हुए छापेमारी की.

Up Board -

वहां पुलिस को देखते ही भगदड़ मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे. हालांकि, पुलिस पूरी तैयारी के साथ आयी थी और उसने सख्त क़दम उठाते हुए वहां मौजूद सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने सभी के खिलाफ नकल अधिनियम और धारा 384 के तहत केस दर्ज किया है.

रिश्तेदारी में मोटी कमायी

बीजेपी जिलाध्यक्ष देवराज सिंह ने बताया है कि राजकुमार शर्मा के भतीजे बीजेपी के सदस्य हैं. पुलिस ने कहा है कि अब इस परीक्षा केन्द्र को रद्द किया जाएगा और सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इधर, छात्रों का कहना है कि कॉलेज प्रबंधक कॉपी लिखवाने के बदले में छात्रों से तीन-तीन हज़ार रुपए लेते थे. केस में परीक्षार्थी गोपाल मिश्रा, प्रदीप कुमार और विशाल ने भी रिपोर्ट दर्ज कराई है.