गुजरात के चुनावों के लिए एक प्रचार रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर पाकिस्तान के साथ मिलकर देशद्रोह करने का आरोप लगाया था. इस मामले को लेकर कल सदन में काफी हंगामा हुआ था और कांग्रेस ने वाकआउट कर दिया था.
लेर्किन आज भी ये मामला शांत नही हुआ है और मोदी जी के बयान को लेकर संसद में काफी तीखी बहस और हंगामा हुआ. राज्यसभा में विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी से सदन में आकर माफी मांगने की ज़िद पर अड़ा हुआ है, लेकिन राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने विपक्ष की मांग को ख़ारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री ने सदन में बयान ही नहीं दिया तो यहां आकर माफी क्यों मांगे? हालांकि विपक्ष इस तर्क पर शांत नहीं हुआ, जिसके बाद राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों को स्थगित करना पडा. इतना ही नही विपक्ष की मांग और उसको लेकर हुए हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया है.
सभापति और उपराष्ट्रपति का रुख
वेंकैया नायडू ने कहा कि “कोई माफ़ी नहीं मांगेगा, क्यूंकि सदन में कुछ भी नहीं हुआ. यहां कोई बयान नहीं दिया गया है. इसलिए प्रशन काल टालने का चलन नहीं है. अपनी सीट पर वापस जाइए.” इसके बाद सदन की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. जब कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो विपक्ष का हंगामा जारी रहा जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही को गुरुवार तक के लिए स्थगित करना पद गया.
सीपीआई का रवैया भी ढीला
दूसरी तरफ सीपीआई भी इस बात पर ज़ोर नहीं दे रही है कि मनमोहन सिंह के खिलाफ दिए आरोपों के लिए प्रधानमंत्री मोदी को माफी मांगनी चाहिए. डी राजा ने कहा कि पीएम को इस मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहिए क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री उनके बयान से दुखी हुए हैं. पीएम को सदन को बताना चाहिए कि उनके बयान का ये मतलब नहीं था. उन्हें बताना चाहिए आखिर उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया. ये मामला जल्द सुलझना चाहिए.
बड़े नेताओं की ये है राय
केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि कोई भी विवाद संवाद से ही सुलझ सकता है हंगामे से नहीं.
रेणुका चौधरी ने कहा कि पीएम को माफी मांगनी चाहिए. माफी मांगने से वो छोटे नहीं हो जाएंगे.
सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि मैं पीएम से माफी के पक्ष में नहीं हूं लेकिन उन्हें इस आरोप पर सफाई देनी चाहिए. ये विवाद कांग्रेस और सरकार के बीच है. जब मियां-बीवी राजी तो क्या करेगा क़ाज़ी.
ये है पूरा मामला
प्रधानमंत्री मोदी ने चुनावी रैली के दौरान कहा था कि कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के आवास पर हुई बैठक में मनमोहन ने पाकिस्तानी राजनयिकों के साथ गुजरात चुनाव पर चर्चा की थी. उन्होंने वहाँ पर मोदी जी को हारने की योजना के बारे में विचार-विमर्श किया था.
इस तरह संसद में उठा ये मुद्दा
आज सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, सभी कांग्रेस नेता खड़े हो गए. कई सदस्यों ने नियम 276 के तहत सभी तरह की कार्यवाही और मुद्दों पर चर्चा रद्द करने के लिए भी नोटिस दे दिया.
हालांकि, राज्यसभा सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सभी नोटिसों को खारिज कर सदस्यों से शून्यकाल जारी रखने को कहा. इसके बाद कांग्रेस सांसद नारेबाजी करते हुए सभापति के आसन के समीप आ गए. नायडू द्वारा बार-बार शांति बनाए रखने के आग्रह के बाद सदन की कार्यवाही को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.