ब्याज़ चुकाने में देरी होने पर कर्जदार की पत्नी को अपने पास रखते है सूदखोर

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कर्ज न चुका पाने पर घर की कुर्की होना तो सभी समझते है। यह कानूनी भी है। लेकिन एक जगह ऐसा भी होता है जहाँ कर्ज न चुका पाने पर ऐसी प्रथा प्रचलित है जिसे सुनकर हर कोई हैरान हो जायेगा। यह गैर कानूनी भी है। आइये जानते हैं कहाँ होता है ऐसा और क्या इसके पीछे का राज?

यह प्रथा देश के सबसे बड़े शहर मुंबई में प्रचलित है। मुंबई के धारावी की बस्तियों में सूदखोर कर्ज और उसका ब्याज न चूका पाने की स्थिति में लोगों की बीबीयों को अपने पास रख लेते हैं। यह खुलासा महाराष्ट्र के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने किया है। होम गार्ड्स के महानिदेशक संजय पांडे ने दावा किया कि यह प्रथा अब भी चल रही है।

आपको बता दें कि मुंबई की धारावी दुनिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती है। यह मुंबई के मध्य में स्थित है।

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संजय पांडे ने बताया कि धारावी में पहले लोगों को 1-2 लाख रुपये उधार देने वाले कई सूदखोर सक्रीय थे। ये उन गरीब लोगों में कर्ज दे देते थे और उनपर इतना भारी ब्याज़ लगाते थे कि आदमी ब्याज चुका नहीं पाता था। फिर कर्ज देने वाले उनकी पत्नियों को उठा लेते थे और ब्याज चुकाने के लिए उनकी पत्नियों को अपने पास रखते हैं। अब यह बात तो सर्वविदित है कि उनकी पत्नियों को अपने पास रखकर वह पूजा तो नहीं करते होंगे।

आपको बता दें कि यह सब बातें होम गार्ड्स के महानिदेशक संजय पांडे ने कही। संजय पांडे भारतीय पुलिस सेवा के 1986 बैच के अधिकारी हैं। वह 1992 में धारावी इलाके के पुलिस उपायुक्त थे।

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संजय पांडे उपनगर बांद्रा में ‘मानव तस्करी के विरूद्ध संयुक्त राष्ट्र विश्व दिवस के मौके पर सेंट एंड्रयूज कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में यह बातें बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भले ही 1992 के बाद 2019 आ गया है लेकिन यह काम वहां अब भी होता है।

पांडे अपने समय में धारावी में तैनाती के वक़्त बताया कि उन्होंने इसके एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया था। पांडे मानते है यह एक तरह की गुलामी है। यह मानव तस्करी जैसे अपराधों की श्रेणी में आता है।