सिलिकॉन सेक्स डॉल्स क्या है और भारत में सेक्स डॉल्स कहाँ से खरीदें ?

18288
news
सिलिकॉन सेक्स डॉल्स क्या है और भारत में सेक्स डॉल्स कहाँ से खरीदें ?

सेक्‍स टॉय का मार्केट बहुत तेजी से विश्‍व स्‍तर पर फैल रहा हैं. दुनिया के कई देशों मे सेक्‍स टॉयज़ की बहुत मांग है, आए दिन हम सेक्‍स डॉल से जुड़ी कोई न कोई नया किस्‍सा जरुर सुनते हैं, जहां किसी को सेक्‍स डॉल से प्‍यार हो जाता हैं तो किसी ने सेक्‍स डॉल के साथ घर बसा लिया. कई लोगों के लिए तो सेक्‍स डॉल उनकी तन्‍हाईयों की साथी बन चुकी हैं, इसलिए सेक्‍स डॉल का व्‍यापार धीरे धीरे कई देशों के अर्थव्‍यवस्‍था को बदलने में मुख्‍य भूमिका निभा रहा है।

इस इंडस्‍ट्री को बढ़ाने के लिए समय-समय पर सेक्‍स टॉयज पर एग्‍जीबिशन लगाई जाती है. इस तरह की प्रदर्शनियों में लोगों को लेटेस्‍ट सेक्‍स टॉयज़ के साथ-साथ सेक्‍स डॉल्‍स की भी बड़ी रेंज देखने को मिलती है. आइए जानते है कि आखिर कहां ये एग्‍जीबिशन लगाई जाती है?Asia Adult Expo हांगकांग में लगी Asia Adult Expo में Future of Sex को दिखाया जा रहा है। माना जाता है कि आने वाले समय में ये सेक्‍स डॉल वयस्‍कों के यौन संतुष्टि के लिए बहुत बड़ी भूमिका निभाएंगी। केवल वयस्कों के लिए लगाई गई इस प्रदर्शनी को देखने के लिए हज़ारों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी है।

sex non fi -

जो करते है सेक्‍स डॉल की फैंटेंसी Asia Adult Expo को विशेषकर ऐसे लोगों के देखने के लिए रखी गयीं सिलिकॉन सेक्स डॉल्स, जो अब हर उस साइज़, कलर और शेप में बनाई गई हैं, जिसकी लोग कल्पना कर सकते हैं।लोगों में नया आकर्षण वैसे तो कई सालों से Hong Kong में इस तरह की प्रदर्शनी लगती आई हैं, लेकिन इस साल की प्रदर्शनी में Full-Sized Elf Dolls की रेंज को उतारा है। Asian Adult Expo को दुनिया की सबसे बड़ी ‘Sexhibitions’ माना जाता है।

इसीलिए ये हर रीजन के लोगों के आकर्षण का केंद्र रहती है।वचुअर्ल गेम का हिस्‍सा बन सकते है इस प्रदर्शनी में Virtual Reality Sex Games भी शामिल किये गए हैं और इन गेम्स में दिलचस्पी रखने वाले लोगों को हेडसेट पहना कर नकली Sexual Scenario दिखाए जाते हैं। इतना ही नहीं इस गेम में हिस्सा लेने वाले यूज़र्स को अनुमति होती है कि वो अपने Virtual Partner के लिए लिंग्‍रीज का चुनाव कर सकते हैं।

sex non -
  • महानगरों में बढ़ती भागमभाग के बीच पैसा कमाने की जद्दोजेहद में उलझना सेक्स डॉल के चलन को बढ़ावा देने में एहम भूमिका निभा रहा है।
  • कई सेक्सोलोजिस्ट की माने तो ये नेचुरल सेक्स्क्स के विपरीत है , लेकिन इससे कोई नुक्सान न होने के चलते इसका चलन पुरी दुनिया में तेज़ी से बढ़ा है।
  • सेक्स डॉल्स को असली जैसा दिखने के लिए इनमें सिलिकॉन का इस्तेमाल किया जाता है।
  • जिससे छूने पर इनकी स्किन एकदम असली जैसी लगती है।
  • साथ ही इनको कलर करने के लिए भी आटोमेटिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. यह खबर इंटरनेट से ली गयी है। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

यह भी पढ़ें :क्या लड़कियों को भी होता हैं स्‍वप्‍नदोष?