क्या होगा आधार का भविष्य? आज सुप्रीम कोर्ट करेगा फैसला

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भारत में जबसे आधार कार्ड की शुरुवात हुई है तबसे ही ये किसी ना किसी कारण से आलोचना का शिकार होता रहा है. लोगो ने इस पर निजता भंग करने और संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. कुछ लोग इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी पहुँच गए. आज उन्ही याचिकाओं पर सुनवाई होगी.

आज होगी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

आज सुप्रीम कोर्ट में पांच जजों की संविधान पीठ आधार की अनिवार्यता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर सकती है. क्या आधार किसी व्यक्ति के निजता के अधिकार का उल्लंघन करता है? चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए के सीकरी, जस्टिस ए एम खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड और जस्टिस अशोक भूषण की संवैधानिक बेंच को इसी बात का निर्णय करना है.

इससे पहले नौ जजों की संविधान पीठ ने कहा था कि निजता एक मौलिक अधिकार है. 15 दिसंबर को पीठ ने बैंक खातों और मोबाइल नंबर सहित सभी सेवाओं और योजनाओं के साथ आधार संख्या की अनिवार्यता के संबंध के लिए समय सीमा 31 मार्च 2018 तक बढ़ा दी थी.  तब भी लोगों ने आधार डेटा के लीक होने और डेटा प्रोटेक्शन को लेकर सवाल उठाए थे.

कई बार पकड़ी गयी आधार की कमियाँ

अभी कुछ दिनों पहले ही आधार डाटा लीक हो जाने की ख़बरों की वजह से सरकार को काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी. शायद इसी वजह से आधार की सुरक्षा और गुणवत्ता को बरक़रार रखने के लिए नए-नए नियम बनाए जा रहे है. कल ही एक ख़बर आई थी कि UIDAI  ने आधार को लेकर एक मह्त्व्पूर्ण उपलब्धि हासिल की है. UIDAI  ने फेस ऑथेन्टिकेशन की टेक्नोलॉजी को देश में लाने का फैसला किया है. भारत में 1 जुलाई 2018 से इसकी शुरुवात होने की बात कही गयी है. आधार से जुड़ी इस नई टेक्नोलॉजी से लोगों की हर हरकत पर नज़र रखी जा सकती है. कौन क्या कर रहा है? कहाँ जा रहा है? किस वक़्त कहाँ मौजूद है? निगरानी के इतने सख्त नियमों को देखते हुये लोग इस तकनीक की और भारत में इसे लाये जाने की आलोचना कर रहे है.

इस तरह काम करेगी वर्चुअल आईडी

आधार को लेकर लोगों की शंकाओ और असुरक्षा के मद्देनज़र यूआईडीएआई ने 16 अंकों की ‘वर्चुअल आईडी’ लाने का भी ऐलान किया था. वर्चुअल आईडी को वेबसाइट से जेनरेट कर सिम वेरिफिकेशन से लेकर दूसरी जरूरतों के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. वर्चुअल आईडी बना लेने के बाद पहचान के लिए वास्तविक आधार नंबर साझा करने की जरूरत नहीं रह जाएगी. अपनी पहचान दिखाने के लिए आधार की जगह पर वर्चुअल आईडी का प्रयोग किया जा सकता है.SD -