दुनियाभर में कोरोना ने आतंक मचा रखा है। चीन से निकला यह घातक वायरस ने शक्तिशाली देशों को भी अपने सामने पस्त कर दिया. दिन प्रति दिन कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए अमेरिका , चीन , भारत समेत कई देशो ने लॉकडाउन का सहारा लिया है।
वही ताइवान विश्व सन्दर्भ में एक मिसाल बन कर निकला है। ताइवान ने कोरोना के कहर को बड़े स्तर पर कम किया वो भी बिना लॉकडाउन लागू किये। आपको साथ ही यह भी बताना चाहेंगे की ताइवान WHO से बाहर होने के बावजूद, कोरोनोवायरस के सन्दर्भ में एक बड़ी जीत दर्ज की। साथ ही जब यह संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा है, तो यह अन्य देशों की मदद कर रहा है- और इस प्रक्रिया में अपनी नरम शक्ति का भी प्रदर्शन किया।
31 दिसंबर को जैसे ही चीन के वुहान से कोरोना वायरस के बारे में खबरें आईं, ताइवान में अधिकारियों ने इस क्षेत्र से आने-जाने वाली उड़ानों को रोकना शुरू कर दिया और यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी। वायु और समुद्र से सीमा नियंत्रण, मामलों की पहचान, संदिग्ध मामलों की जांच , संसाधन का प्रबंधन, प्रेस ब्रीफिंग, झूठी जानकारी की पहचान करना और परिवारों और व्यवसायों को राहत देने के लिए आर्थिक नीतियां तैयार किया गया और यह सभी चीज़े ताइवान ने पहले से कर ली थी ताकि बाकि देश की तरह उनकी देश को भी कोरोना की मार न झेलना पड़े। साथ ही आपको यह भी बता दे की ताइवान में 443 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आये जिसमे से 427 लोग ठीक हो चुके है और सिर्फ 7 लोगों की मौत गयी है। जो बाकि देश के मुकाबले काफी बेहतर और राहत पूर्ण स्थिति है। बेशक तोर पर ताइवान विश्व में सन्दर्भ बड़ी जीत हासिल की है सहरने योग्य है।