शरीर flexible होने से कौन- से रोगों से निजात मिल सकती है?

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रोजमर्रा के जीवन में भाग -दौड़, भाड़ी -भरकम समान को उठना जैसे आदि काम करना काफी आम बात है। कई बार इनके कारण कई बार मोच भी आ जाती है। अगर हम अपने रोजमर्रा के जीवन में बॉडी को स्‍ट्रेच करने की आदत को अपनाए तो यह आदत शरीर के लिए काफी लाभकारी है। साथ ही आपको लचीला बनाएगी। सुबह के समय बिस्‍तर पर किया गया बॉडी स्‍ट्रेच फायदेमंद होता है। इसको आप सोने से पहले भी करने से काफी फायदा पहुंचता है। कपालभाति और भस्त्रिका के साथ ही अनुलोम-विलोम करें। खड़े होकर किए जाने वाले योगासनों में त्रिकोणासन, कटिचक्रासन, ताड़ासन, अर्द्धचंद्रासन और पादपश्चिमोत्तनासन करें।

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अगर flexibility से जोड़े फायदे के बारें में बात करें तो स्ट्रेचिंग मांसपेशियों के तनाव को कम करती है और आपकी पॉश्चर को बेहतर करती है।शरीर को नियमित रूप से स्ट्रेच करने से जहां आपकी क्षमता बढ़ेगी वहीं व्यायाम के दौरान किसी चोट के लगने का रिस्क भी कम होगा साथ ही आप जल्दी ठीक भी हो सकते है। स्ट्रेचिंग की मदद से कमर के निचले हिस्से के दर्द को कम करने में कारगार सिद्ध है।

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इतना ही नहीं स्ट्रेचिंग से शारीरिक के साथ -साथ मानसिक रूप से भी फायदेमंद है इससे तनाव कम होता है। सूर्य नमस्कार से शरीर लचीला होता ही है, साथ ही साथ इसके नियमित अभ्यास से त्वचा रोग समाप्त हो जाते हैं। इसी के साथ सूर्य नमस्कार कब्ज को दूर करने में भी काफी कारगार है। पाचन तंत्र भी बेहतर रूप से कार्य करता है। व्यक्ति हमेशा एक्टिव रहता है। धनुरासन करने से शरीर में flexibility आती है और पेट से जुड़ीं कई दिक्कतों से निजात मिलती है।

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