पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारिखें तय करने के बाद वहां की राजनीति अपनी चरम सीमा पर है. जगह जगह चुनावी रैलियां की जा रहीं हैं. कई नए चेहरे राजनीति में आ रहे हैं तथा कई नेता पार्टियां बदल रहे हैं. इसी बीच पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को चुनाव से पहले एक बड़ा झटका लगा है, जब तृणमूल कांग्रेस के द्वारा चुनाव में टिकट दिए जाने के बाद भी एक उम्मीदवार ने भाजपा का दामन थाम लिया.
आपको बता दें, मालदा के हबीबपुर सीट से तृणमूल कांग्रेस ने सरला मुर्मू को अपनी पार्टी की तरफ से प्रत्यासी घोषित किया. जिसके बाद सरला मुर्मू ने भाजपा का दामन थाम लिया. इससे पहले पार्टी उम्मीदवार तय करने के बाद तृणमूल कांग्रेस की तरफ से कहा गया था कि स्वास्थ्य कारणों की वजह से वो हबीबपुर सी से अपना उम्मीदवार बदल रही है. इसके लिए तृणमूल कांग्रेस की तरफ से उनका स्वास्थ्य खराब बताया गया था. तृणमूल कांग्रेस ने हबीबपुर सीट से अपने नए उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. अब तृणमूल कांग्रेस ने हबीबपुर से प्रदीप बास्के को चुनाव मैदान में उतारा है.
सरला मुर्मू को पार्टी छोड़कर भाजपा में जाना ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका है. लेकिन दोनों ही मुख्य पार्टियां भाजपा और ममता बनर्जी अपनी अपनी जीत का दावा कर रही हैं. भाजपा की तरफ से नरेंद्र मोदी चुनाव में जोर शोर से प्रचार कर रहे हैं, वहीं तृणमूल कांग्रेस की कमान ममता बनर्जी ने संभाल रखी है.
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ममता बनर्जी के पास अपनी सत्ता को बचाने की चुनौती होगी. ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में किसका डंका बजेगा तथा किसको करारी मात का सामना करना पड़ा. लेकिन वर्तमान में राजनीति अपनी चरम सीमा पर चल रही है.