जानियें, किसने और किसको कहा ‘जल्लाद’?

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जानियें, किसने और किसको कहा ‘जल्लाद’?
जानियें, किसने और किसको कहा ‘जल्लाद’?

हमारे देश के नेताओं को हो क्या गया, आखिर क्यों बेलगाम होते जा रहे है। कई सारे सवाल खड़े होते है, जिसमें सबसे बड़ा सवाल तो यह खड़ा होता है कि क्या राजनीति में आने से बेलगाम भाषा का प्रयोग करने का सर्टिफिकेट मिल जाता है क्या? अगर नहीं तो, क्यों मान्यवर नेतागण बेलगाम बोल की पीपड़ी बजाते हुए नजर आते है, सवाल तो यह भी खड़ा होता है कि इन नेताओं पर कार्रवाई भी नहीं की जाती है। खैर, यह कोई पहला मामला नहीं जब नेताओं के बिगड़े बोल सामने आये हो, देश की राजधानी दिल्ली के सीएम तो मिसाल बन चुके है, बेलगाम बोल के। आइये जानते है कि बेलगाम बोल की कड़ी में कौन शामिल हो गया। जी हाँ, इस कड़ी में बीजेपी के सांसद जुड़ गये है।

आपको बता दें कि विवादित बयानों के लिए सुर्खियां बटोरने वाले यूपी के कन्नौज से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। खबर के मुताबिक, साक्षी ने समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के राज्यसभा सांसदों को ‘जल्लाद’ कहा है। जी हाँ, बिल्कुल सही पढ़ा आपने, बीजेपी सांसद ने सपा, कांग्रेस और बसपा को जल्लाद की संज्ञा दे डाली। साक्षी ने कहा कि राज्यसभा में सपा और बसपा के जल्लादों के कारण ही पिछड़ा वर्ग आयोग बिल को मंजूरी नही मिली, जिस कारण पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा नहीं मिल सका। साथ ही साक्षी ने औरैया में हंगामे पर सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि औरैया में सपा की तरफ से एक अपराधी नामांकन करवाना चाहता था, लेकिन भाजपा शासन में भी अपराधी राजनीति करें यह संभव नहीं।

बीजेपी सांसद यही नहीं रूके उन्होंने औरैया में हंगामा करने वाले को सपा का गुंडा करार दिया जबकि पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के हालिया दिए बयान पर उन्होंने कहा कि खतरा आस्तीन के सांपों को है, खतरा पत्थरबाजों को हैं, क्योंकि मोदी युग में किसी को कोई खतरा नही है। साथ ही साक्षी ने कहा कि शायद हामिद अंसारी उनकी ही बात कर रहे होंगे। आपको बता दें कि बतौर उपराष्ट्रपति अपने 10 वर्ष के कार्यकाल के आखिरी दिन हामिद अंसारी ने कहा था कि हिंदुस्तान में मुस्लिम खुद असुरक्षित महसूस कर रहा है। अंसारी के उक्त बयान के बाद सोशल मीडिया में काफी हो-हल्ला हुआ था।

बीजेपी के नेता साक्षी ने पहली बार कोई विवादित बयान नहीं दिया है, बल्कि विवादित बयान की वजह से ही वो सुर्खियों में रहते है।
बहरहाल, नेताओं के बेलगाम बोल कब थमेंगे, यह तो खैर वक्त ही बताएगा, लेकिन इस तरह के बयानबाजियों पर जल्द ही लगाम लगनी चाहिए।