मंदिर में घंटी बजाने के पीछे क्या विशेष कारण है?

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जब किसी मंदिर में ईश्वर के दर्शन के लिए जाते है तो पूजा आरंभ करने से पहले घंटी बजाना काफी आवश्यक पूर्ण होता है। आपने शयद की ऐसा कोई मंदिर देखा होगा जहां घंटी न हो। लेकिन क्या आप इसके पीछे का कारण जानते है। क्यों मंदिर में घंटी बजानी चाहिए? तो चलिए हम आपको मंदिर में घंटी होने और बजाने के महत्व को बताते है। मंदिर जैसे पवित्र जिन स्थानों पर घंटी बजने की आवाज नियमित आती है इससे वहां का वातावरण हमेशा शुद्ध और पवित्र बना रहता है। इससे नकारात्मक शक्तियां दूर होती है और समृद्धि के साथ -साथ शुद्धता का वास होता है।

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घंटी जब बजाई जाती है तो उससे आवाज के साथ तेज कंपन्न पैदा होता है। यह कंपन्न हमारे आसपास काफी दूर तक जाते हैं, जिससे कई प्रकार के हानिकारक जीवणु नष्ट हो जाते हैं और हमारे आसपास वातावरण पवित्र और साफ़ हो जाता है। घंटी बजाने से देवताओं के सामने आपकी हाजिरी लग जाती है। मान्यता अनुसार घंटी बजाने से मंदिर में स्थापित देवी-देवताओं की मूर्तियों में चेतना जागृत होती है जिसके बाद उनकी पूजा और आराधना करना अधिक फलदायक और प्रभावशाली सिद्ध होता है।

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साथ ही यह भी माना गया है की पूजा के दौरान मंदिर में घंटी बजाने से वहां मौजूद लोगों को शांति और दैवीय उपस्थिति की अनुभूति होती है। जो उनके मानसिक परेशानियों को दूर कर उन्हें शांति प्रदान करती है। ऐसी भी मान्यता विख्यात है की देवी -देवताओ को घंटा, शंख और घड़ियाल आदि की आवाज काफी पसंद है। घंटी की आवाज से देवता प्रसन्न होकर देवता भक्तों के सारे दुःख हर लेते है और कृपा बरसाते है । यही कारण है कि मंदिर में घंटी बजाई जाती है।