लोगों को चीनी जितनी मीठी लगती है. उतनी ही उनके स्वास्थ्य के लिए खराब या हानिकारक साबित होती है. शुगर का बहुत अधिक प्रयोग करने से आपके शरीर में बीमारियों पैदा हो जाती है. चीनी को जितना कम अपने जीवन में इस्तेमाल करोगें उतना ही शरीर के लिए अच्छा होता है. आपको बता दें कि चीनी का उपयोग कई वर्षों से किया जा रहा है, लेकिन अब इसके सेहत पर असर को इतना गंभीर क्यों माना जा रहा है. तो आइए आपको बताते है कि चीनी शरीर के लिेए क्यो हानिकारक है.
एसिड बनाती है चीनी
शुगर शरीर में एसिड पैदा करती है, ये पेट में गैस का कारण बनती है. शुगर को पचाने में 500 कैलोरी खर्च होती है. यानी इसे डायजेस्ट करने में अधिक मेहनत की जरूरत होती है. शुगर खाने के बाद शारीरिक मेहनत ना की जाए तो ये बॉडी में हानिकारक रासायनिक प्रक्रिया शुरू करता है. जो पाचन प्रक्रिया को कम कर देता है.
मधुमेह का कारक
अक्सर लोगों को डायबिटीज की समस्या होती जाती है, जिसका कारण चीनी का सेवन करना है. ये आपके शरीर में इंसुलिन को खराब कर देती है. सफेद चीनी बनाने के तरीकों में इसमें मौजूद आवश्यक फास्फोरस जल जाता है, जबकि गुड़ में ये मौजूद रहता है. मीठे के लिए शुगर की जगह गुड़ का प्रयोग करना अधिक सुरक्षित होता है. अच्छी सेहत के लिए शुगर की जगह गुड़ का इस्तेमाल करे.
हाई बीपी की प्रॉब्लम बढ़ाता है
चीनी पूर्ण रूप से कार्बोहाइड्रेट होती है, यह ब्लड में सीधे पहुंचकर रक्त के दबाव पर असर डालती है. शुगर को अधिक मात्रा में लेने से बीपी जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है हाई ब्लड प्रेशर से हार्ट अटैक की संभावना बढ़ती है. यह तो सभी लोग अच्छे से जानते ही होगें कि बीपी कई दूसरी बीमारियों की भी जड़ होती है. शुगर को संतुलित मात्रा में लेना सेहत के लिए बहुत आवश्यक है, इसका अधिक सेवन करना जानलेवा हो सकता है.
ब्रेन अटैक का खतरा
अधिक शुगर का सेवन रक्त के दबाव को प्रभावित करता है, जोकि हाई बीपी का कारण है. ब्लड में कोई भी असंतुलन होते ही इसका असर मस्तिष्क पर पड़ने लगता है और व्यक्ति को ब्रेन अटैक या ब्रेन हैमरेज तक हो सकता है. शुगर मधुमेह रोगियों के लिए जहर की तरह है, थोड़ी भी लापरवाही बरतने का नतीजा जानलेवा हो सकता है.
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हानिकारक रसायनों का होता है प्रयोग
सफेद चीनी को चमकदार बनाने की प्रक्रिया में चूना, कार्बन डाई ऑक्साइड, कैल्शियम, फॉस्फेट, फॉस्फोरिक एसिड, अल्ट्रा मरिन ब्लू और पशुओं की हड्डियों का चूर्ण प्रयोग किया जाता है. इसे इतने तापमान पर पकाया जाता है कि इसमें मौजूद पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं. इसलिए इसका सेवन करने से अच्छा है शुगर से छुटकारा पाना
चीनी की जगह गुड का करें सेवन
भारत में लंबे समय से मीठे के लिए गुड़ का प्रयोग होता आया है. गन्ने से शुगर बनाने की प्रकिया का ही एक हिस्सा है. गुड़ को आज भी पारंपरिक विधि से ही बनाया जाता है, ये खाने में अधिक स्वादिष्ट होता है और पोषक तत्वों से भरपूर होता है. बस डायबिटीज के पेशेंट्स को गुड़ नहीं खाना चाहिए उनके लिए ये शुगर जितना ही हानिकारक होता है.
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