जानियें, क्यों होगी मदरसों के खिलाफ कार्रवाई?

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जानियें, क्यों होगी मदरसों के खिलाफ कार्रवाई?
जानियें, क्यों होगी मदरसों के खिलाफ कार्रवाई?

यूपी के कुछ मदरसों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है, जी हाँ, चौंकिए मत, यूपी सरकार प्रदेश के कुछ मदरसों पर कार्रवाई कर सकती है। स्वाधीनता दिवस के मौके पर, प्रदेश की सरकार ने सभी मदरसों में वीडियोग्राफी करने के आदेश दिये थे, जिन मदरसों ने सरकार का फरमान नहीं माना, सरकार अब उनके खिलाफ कार्रवाई करने के फिराक में है। जी हाँ, आपको याद होगा कि हाल ही में यूपी के सीएम योगी ने स्वाधीनता दिवस के मौके पर मदरसों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रिकार्डिंग किया जाए।

खबर के मुताबिक, देश के राष्ट्रीय पर्व यानि स्वाधीनता दिवस के मौके पर जिन मदरसों में राष्ट्रगान नहीं गया और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की वीडियोग्राफी नहीं की गई, उन मदरसों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है। योगी सरकार द्वारा जारी फरमान को न मानने वाले मदरसों पर नेशनल सिक्यूरिटी एक्ट (एनएसए) के तहत कार्रवाई हो सकती है। दरसरल कहा जा रहा है कि सरकार के इस आदेश का करीब 150 मदरसों में पालन नहीं किया गया, जिसकी शिकायत मिलने पर बरेली के डिविजनल कमिश्नर डॉ पीवी जगनमोहन ने कहा है कि अगर आरोप सही पाए गए तो इन मदरसों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

आपको बता दें कि अगर जांच में राष्ट्रगान नहीं गाए जाने की पुष्टि हुई और मदरसा प्रबंधन लिखित में यह स्वीकार करता है तो उनके खिलाफ केस दर्ज कर सकते है। साथ ही कमिश्नर ने यह भी कहा कि अगर पुख्ता सबूत मिले तो हम ऐसे लोगों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ नैशनल ऑनर ऐक्ट और नैशनल सिक्यारिटी ऐक्ट के तहत कार्रवाई कर सकते हैं।

दरअसल, इस सरकारी आदेश को उलमा ने एक स्वर से नकार दिया। बरेलवी मरकज से जुड़े मदरसों में तिरंगा तो फेहराया गया लेकिन, राष्ट्रगान नहीं गया, इसके बदले सारे जहां से अच्छा हिदोस्तां हमारा.. गाया गया। आपको यह भी बता दें कि बरेली के शहर काजी मौलाना असजद रजा खान ने पहले ही ऐलान कर रखा था कि राष्ट्रगान ‘गैरइस्लामी’ है क्योंकि इसमें कुछ ऐसे शब्द हैं जो इस्लाम के खिलाफ हैं। साथ ही उन्हें राष्ट्रगान में अधिनायक शब्द को लेकर आपत्ति थी। इतना ही नहीं राष्ट्रगान में शामिल ‘भारत भाग्य विधाता’ को भी गैर इस्लामिक बताया गया है। गौरतलब है कि लगभग 150 मदरसों में तिरंगा तो फहराया गया, लेकिन राष्ट्रगान नहीं गाया गया। जिसकी जगह सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां का तराना पढ़ा गया।

यूपी सरकार का कहना है कि मामलें में दोषी पाएं गये मदरसों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। हालांक कुछ मदरसों ने अपने बचाव में धर्म का हवाला देते हुए कहा कि हमने तिरंगा फहराया था, लेकिन राष्ट्रगान की जगह सारे जहा से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा गाया था। प्रदेश की मदरसा कमेटी ने भी यही कहा कि अगर मामलें में सबूत मिले तो दोषी मदरसों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बहरहाल, मामलें में दोषी पाए गये मदरसों पर कार्रवाई होगी या नहीं, यह फैसला तो सरकार ही होगा, लेकिन राष्ट्रीय तिरंगे को लेकर राजनीति करना कतई मुनासिफ नहीं है, क्योंकि तिरंगे पर संपूर्ण भारत के निवासियों का बराबर से हक है, और प्रत्येक भारतीय को तिरंगे का सम्मान करना चाहिए।