नयी साड़ी और माथे पर सिंदूर के साथ चार दिन तक पति की लाश के साथ खड़ी रही महिला

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अपने करीबी इंसान की मौत पर विलाप कर रोना वाजिब है. इसके साथ ही कोई जो हमारे दिल के बहुत करीब हो, वो गुज़र जाए तो उसका सदमा लगना भी बहुत आम बात है. किसी अपने की मौत हो जाये उसके बाद भी वो हमारे दिल में हमेशा जिंदा रहता है, पर एक लाश के साथ चार दिन तक एक ही अवस्था में रहना अटपटा सुनाई पड़ता है. ऐसा ही एक मुद्दा बंगाल से सामने आया है.

कोलकाता में 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला की एक बहुत ही गंभीर घटना सामने आई है. जहाँ एक 82 वर्षीय बुजुर्ग की चार दिन पहले मौत हो गयी थी. मृत शख्स की 70 वर्षीय पत्नी अपने पति की मौत के बाद से ही उस की लाश के पास ख़ड़ी है. मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इस बुजुर्ग व्यक्ति का नाम अमर कुमार सन्याल है और इस महिला का नाम हसी रानी सन्याल है. महिला के भावहीन चेहरे को देखकर ये कहा जा सकता है कि उसे अपने पति की मौत का बहुत गहरा सदमा लगा है. अचंभे की बात तो ये है कि पड़ोस में रहने वाले लोगों को उस बुजुर्ग व्यक्ति की मौत की ज़रा–सी भी भनक नहीं लगी. पड़ोसियों को पता तब चला जब उनका ध्यान घर के बाहर पड़े अखबारों के ढेर पर गया. वहाँ कई दिन के अखबार इकट्ठे पड़े हुए थे, जिसे देखकर पड़ोसियों ने उस घर का दरवाजा खटखटाया. पड़ोसियों ने इस बात की सूचना लेने की कोशिश करी कि घर में कोई है भी या नहीं. लेकिन बहुत देर खटखटाने के बाद कोई जवाब न मिलने पर फ़ौरन पुलिस को इस बात की सूचना दी. इसके बाद पुलिस दरवाज़ा तोड़कर अन्दर गयी तो बुज़ुर्ग महिला को लाश के पास खड़ा देखकर सकते में आ गयी. पुलिस अधिकारी ने गंभीर अवास्था में पायी गयी महिला से पूछताछ करने की कोशिश की, पर उन्हें भी कोई जवाब नहीं मिला. बता दें की लाश के पास खड़ी इस महिला ने नई साड़ी पहन रखी थी और मांग में ढेर सारा सिंदूर लगा रखा था. इन हालातों को देखकर कहा जा सकता है की महिला को अपने पति की मौत का गहरा सदमा लगा था. शायद इसीलिए वो अपने पति की लाश के सामने सज-धज के खड़ी थी. या शायद वो इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही थी कि उसके पति की मौत हो गयी है.

सूत्रों से पता चला है कि मृतक कोलकाता डाक लेबर बोर्ड का पूर्व कर्मचारी था. फिलहाल तो इस व्यक्ति के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और महिला को मनोबिक्स सेंटर ( मेन्टल हेल्थ केयर इंस्टिट्यूट )भेजा गया है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि लाश के साथ कोई इतने दिन तक मौजूद था. इससे पहले भी कोलकाता में नवम्बर 2017 में एक गंभीर शख्स अपनी माँ के शव के साथ  6 महिने तक रहा.

 

 Dead Body -